
गुरु जी को अंतिम विदाई देने के लिए नेमरा में भारी जनसैलाब उमड़ा. गुरु जी का पार्थिव शरीर अनके पैतृक गांव नेमरा पहुँचने पर अंतिम विदाई से पहले पारंपरिक रस्में निभाई गईं. इस वक्त सभी की आँखें नम हो गईं. इन नम आँखों को यकीन ही नहीं हो रहा था कि गुरुजी अब हमारे बीच नहीं रहे.
गुरु जी का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक गांव नेमरा पहुंचा वहां सन्नाटा पसरा था. उनके परिवारजन, झामुमो कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में गहरा शोक है. दिशोम गुरु के निधन से झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश में शोक की लहर है.
बता दें कि दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल ने शिबू सोरेन को सोमवार (4 अगस्त) की सुबह 8.56 बजे मृत घोषित किया. लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हुआ. वह किडनी संबंधी समस्या से जूझ रहे थे. उन्हें लगभग डेढ़ महीना पहले स्ट्रोक भी आया था और लगभग एक महीने से लाइफ सपोर्ट पर थे.