नीमडीह : सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक महिला ने अपने पति और एक अन्य महिला की बीच सड़क पर चप्पल से पिटाई कर दी। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। घटना में शामिल महिला की पहचान खरसावां प्रखंड की बुरुडीह पंचायत में कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर संचिता दास के रूप में हुई है। संचिता ने नीमडीह थाना में आवेदन देकर अपने पति जितेंद्र नाथ दास, भसुर उत्तम कुमार दास और ससुर विवेकानंद दास पर दहेज की मांग, शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना और जबरन घर से निकालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। अपने आवेदन में संचिता दास ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2017 में सामाजिक रीति-रिवाज से जितेंद्र नाथ दास से हुई थी। प्रारंभिक वर्षों में सब कुछ ठीक रहा लेकिन पिछले एक साल से पति और ससुराल वाले उस पर मायके से दो लाख रुपये और एक मोटरसाइकिल लाने का दबाव बना रहे थे। संचिता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने मांग पूरी करने में असमर्थता जताई तो उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। संचिता का कहना है कि 6 जुलाई की शाम करीब 6 बजे उसके पति जितेंद्र नाथ दास ने एक महिला सविता हेम्ब्रम को घर लाकर यह दावा किया कि उन्होंने उससे शादी कर ली है। जब संचिता ने इसका विरोध किया तो पति, भसुर और ससुर ने मिलकर उसे पीटा और घर से जबरन निकाल दिया। दूसरी ओर पति जितेंद्र नाथ दास ने घटना को लेकर अलग ही कहानी पेश की है। उसने बताया कि 6 जुलाई को वह सविता मैडम को बलरामपुर बाजार लेकर गया था और लौटते समय उसकी पत्नी पीछा करते हुए आ धमकी। जितेंद्र का दावा है कि उसकी पत्नी ने सविता और उसे बीच सड़क पर अपने भाई और अन्य साथियों के साथ मिलकर बुरी तरह पीटा। जितेंद्र के अनुसार घर लौटने के बाद भी उसकी पत्नी ने उसे पीटा, जिससे उसका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। मामले को शांत करने के उद्देश्य से उसने सविता हेम्ब्रम के माथे पर सिंदूर लगा दिया जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद उसकी पत्नी थाने जाकर उस पर केस दर्ज करवाने चली गई। इस पूरे घटनाक्रम ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और वायरल वीडियो के आधार पर भी स्थिति की पुष्टि की जा रही है। फिलहाल प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।
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Monday, July 7, 2025
समय पर मिल जाता अबुआ आवास तो शायद बच जाती मासूस की जान, लगातार बारिश से जमींदोंज हो गया मिट्टी का मकान
रांची के सोनाहातू प्रखंड से एक बेहद दर्दनाक खबर आई है. बीती रात भारी बारिश के कारण तेलवाडीह गांव में एक कच्चा मकान अचानक गिर गया. इस हादसे में 12 वर्षीय मासूम शिवा प्रमाणिक की मलबे में दबकर मौत हो गई. शिवा गांव के सुभाष प्रमाणिक का बेटा था. हादसे के वक्त वह घर में सो रहा था. मकान गिरते ही पूरा परिवार घबरा गया लेकिन जब तक गांव वाले मदद के लिए पहुंचे तब तक बहुत देर हो चुकी थी.मृतक की मां के अनुसार यह घटना रात करीब एक बजे की है. उस समय परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे. उस समय तेज बारिश हो रही थी. इसी दौरान उनका मकान गिर गया. मलबे में परिवार के सभी सदस्य दब गए. शोर सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे और सभी को बाहर निकाला. लेकिन 12 वर्षीय शिवा की हालत गंभीर थी. उसे एंबुलेंस से सिंहपुर ले जाया गया लेकिन डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.स्थानीय लोगों का आरोप है कि अगर अबुआ आवास योजना के तहत समय पर पक्का मकान मिल जाता तो यह हादसा टल सकता था. उन्होंने कहा कि आवास के लिए कई बार आवेदन दिया गया. हर बार यही कहा गया कि प्रक्रिया में है. अब लोग पूछ रहे हैं कि सरकारी योजनाएं जरूरतमंदों तक समय पर क्यों नहीं पहुंच पातीं? आज एक मां की गोद उजड़ गई. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इस दर्द की जिम्मेदारी कोई लेगा? इस हादसे से गांव के लोग डरे हुए हैं. खासकर वे ग्रामीण जिनके घर मिट्टी के बने हैं.