सरायकेला, 26 जुलाई : विगत कुछ दिनों से हो रही लगातार वर्षा एवं ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों से जलप्रवाह में वृद्धि के कारण जिले से होकर प्रवाहित स्वर्णरेखा एवं खरकई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान में दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर 123.36 मीटर, खरकई नदी का जलस्तर 134.90 मीटर और गाजिया बैराज का जलस्तर 140.5 मीटर दर्ज किया गया है, जो कि चेतावनी स्तर से ऊपर है।
चांडिल डैम से डिस्चार्ज हो रहा है 939.06 क्यूमेक पानी चांडिल डैम का जलस्तर 180.19 दर्ज किया गया है। चांडिल डैम की क्षमता 192 मीटर जल भंडारण की है। जबकि यहां 177 मीटर जल भंडारण करने पर सहमति जताया गया है। डैम का जलस्तर घटाने के लिए सात रेडियल गेट खोले गए हैं। इसके साथ ही दो स्यूलिश गेट भी खुला है। ओडिशा के ब्यांबिल डैम का जलस्तर 303.79 मीटर दर्ज किया गया है। डैम का जल भंडारण क्षमता 305 मीटर है।
जिला प्रशासन का तटीय एवं निचले क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की अपीलजलस्तर बढ़ने से उत्पन स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन संबंधित सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है। आपदा प्रबंधन इकाई एवं प्रशासनिक टीमें संभावित प्रभावित क्षेत्रों में सतत निगरानी कर रही हैं। तटीय एवं डूब संभावित क्षेत्रों में राहत, बचाव एवं पुनर्वास की पूर्व तैयारियां सुनिश्चित की जा चुकी हैं। लोगो के बीच युवा समाजसेवी विशेष कुमार उफ़ बाबू तांती और रमेश बालमुचू बिस्कुट और केला बंटे क्योंकि भारी बारिश के कारण कई लोगों के घरों में भोजन भी नहीं बना है
जिला प्रशासन की अपील नदी तटीय एवं निचले क्षेत्रों में निवासरत नागरिकों से अनुरोध है कि वे अत्यंत सतर्क रहें एवं संभावित जलभराव क्षेत्रों से ऊँचे एवं सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने की तैयारी रखें। नदी किनारे न जाएं, विशेषकर बच्चों को जलधाराओं के समीप न जाने दें। किसी भी आपात स्थिति की जानकारी हेतु जिला नियंत्रण कक्ष या नजदीकी प्रशासनिक कार्यालय से तत्काल संपर्क करें।