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Friday, July 4, 2025

मृतक प्रकाश भूट कुमार की पोस्टमटम रिपोर्ट आने के एक वर्ष बाद भी नहीं हुआ अपराधकर्मियों का गिरफ्तार हत्या के दो साल बीतने जा रहा हैं बहन ने डीजीपी, आईजी सहित एसएसपी को लिखा मार्मिक पत्र प्रशासनिक विभाग के वरिया अधिकारियों को भी अवगत कराया

आदित्यपुर : राजधानी राँची के बड़गाई स्थित पाहन टोला में वर्ष 2023 में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए प्रकाश भुट कुमार की बहन जुली भुट कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर हत्या के मामले में अब तक हुई पुलिस कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एसएसपी सहित राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आवेदन भेजकर हत्या की गहराई से जांच और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। जुली भुट कुमार ने आवेदन में लिखा है कि 23 मार्च 2023 को उनके भाई प्रकाश भुट कुमार की मृत्यु संदिग्ध हालत में हुई थी। मृतक के चेहरे और सिर पर चोट के निशान थे बावजूद इसके उनके चाचा बन्नु पाहन ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को दफना दिया। बाद में जब परिजनों ने मृतक का मोबाइल खंगाला तो उसमें दर्ज रिकॉर्डिंग और बातचीत से यह स्पष्ट हुआ कि प्रकाश की हत्या की गई है। इसके बाद परिजनों ने सदर थाना में 10 आरोपियों के नामजद प्राथमिकी दर्ज करवाई जिनमें अनिता कुजूर, एडवर्ड लिंडा, प्रदीप कुजूर, मोनिका कुजूर, कटरीना नाग, एलियाज नाग, रामदेव ठाकुर, किरण, वीणा और बन्नु पाहन शामिल हैं। लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बावजूद किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जुली भुट का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी प्रकाश के सिर पर गहरे वार से मौत की पुष्टि हो चुकी है फिर भी अनुसंधान में ढिलाई बरती जा रही है। उन्होंने केस के अनुसंधानकर्ता दीपक नारायण सिंह की भूमिका पर भी सवाल खड़े करते हुए उन्हें जांच में विफल बताया है। जुली भुट कुमार का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने 20 दिसंबर 2023, 2 सितंबर 2024 और अब पुनः जून 2025 में राज्य के पुलिस महानिदेशक, अन्वेषण विभाग और DIG को भी पत्र के माध्यम से सूचित किया है लेकिन न्याय अब तक नहीं मिला। उन्होंने आग्रह किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आलोक में अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि उनके परिवार को न्याय मिल सके। परिजनों का कहना है कि आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और परिवार निरंतर डर और तनाव में जीवन बिता रहा है। यह मामला अब पुलिस की निष्क्रियता और न्याय में देरी के एक चिंताजनक उदाहरण के रूप में सामने आया ह आज दिनांक 04/07/25 को पुलिस महानिरीक्षक को मृतक के परिवारवालों ने पत्र दिया