पत्रकार दया शंकर सिंह - झारखंड प्रदेश के खूंटी जिला अंतर्गत भगवान बिरसा मुंडा जी के गुरु आनंद स्वांसी (पांड) जी का 120वीं पुण्यतिथि श्रद्धांजलि समारोह कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का अध्यक्षता गुरु आनंद स्वांसी पांड जी के (वंशज)परपोता श्री सहदेव स्वांसी जी के द्वारा किया गया! गुरु आनंद स्वांसी जी के पैतृक गांव झरिया गोरबैड़ा से हजारों की संख्या में बाईक रैली करते हुए गुरु आनंद स्वांसी अमर रहे अमर रहें के नारे लगाते-लगाते हुए समाधि स्थल पर पहुंचे ( पान तांती स्वांसी समाज ) एवं राँची जिला के स्वांसी (पांड) समाज एकता संघ के जिला अध्यक्ष श्री- विश्वकर्मा स्वांसी जी के द्वारा माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया!
जिसमें गुरुजी के वंशज के परिजनों एवं विभिन्न क्षेत्रों के राजनीतिक दल एवं समाजसेवीगण साथ ही क्षेत्र के ग्रामीणों ओर पान तांती स्वांसी समाज के कार्यकर्ताओं एवं माता, बहनें, युवा पीढ़ी के नौजवान, बुद्धिजीवीगण सभी ने बारी-बारी से माल्यार्पण व श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया! मौके पर श्री विश्वकर्मा स्वांसी जी ने मुख्य रूप से गुरु आनंद स्वांसी जी के परपोता सहदेव स्वांसी एवं उपस्थित हजारों लोगों के बीच गुरु आनंद स्वांसी जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा भगवान बिरसा मुंडा जी के राजनीतिक गुरु आनंद स्वांसी पांड जी थे!
जिन्होंने एक पीपल पेड़ के नीचे कुटिया बनाकर रखी थी, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां से लेकर महाभारत और रामायण के महा विद्वान थे! साथ ही गुरु आनंद स्वांसी पांड जी ने भगवान बिरसा मुंडा जी को बताया करते थे किस तरह से तीर धनुष से कैसे युद्ध लड़ा जाएगा! साथ ही कहा पान तांती स्वांसी समाज को एकत्रित एकजुट होना होगा ओर समाज को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष ध्यान सुनिश्चित करना होगा! तभी समाज के बच्चों का भविष्य उत्थान हो पायेगा साथ ही अपने संस्कृतियों,परंपराओं, समाजिक, मर्यादाओं में रहकर कार्य करें! हमारे गुरुजनों का मार्गदर्शक हैं और हमारे आदर्श भी समाज की एकता और अखंडता बनी रहे!
प्रमुख रूप से उपस्थित समाजसेवी श्रीमती सुनीता देवी, श्री विश्वकर्मा स्वांसी जी, (परपोता) श्री सहदेव स्वांसी जी,श्रीमती राजमुनी देवी,श्रीमती सविता देवी, श्रीमती कोरनी देवी, शिबू स्वांसी, नेता नारायण स्वांसी , मोहन स्वांसी,विष्णु स्वांसी, बलराम स्वांसी,रामचंद्र स्वांसी, करण स्वांसी,अक्षय स्वांसी, रामचरण स्वांसी,आदि हजारों कि संख्या में लोग उपस्थित रहे!