
सन 1855 में मां भारती की स्वतंत्रता की लौ जलाने वाले संथाल विद्रोह के वीरों को हूल दिवस पर शत्-शत् नमन।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की नींव बना, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अन्याय के विरुद्ध खड़े होने जज्बा और साहस मातृभूमि के प्रति निष्ठा प्रेरणा देता रहेगा।
आदिवासी स्वाभिमान संघर्ष और बलिदान की यह गाथा युगों युगों तक अमर रहेगी।

युवा नेता विशेष कुमार (बाबू तांती) ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस सरायकेला खरसावां जिला अध्यक्ष स कोल्हान प्रभारी नेशनल एंटी क्रॉप्सेशन कमेटी ऑफ इंडिया स एसटी एससी ओबीसी अल्पसंख्यक सामान्य समिति जिला अध्यक्ष सरायकेला खरसावां
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